तेरे एहसास से खाली न कोई दिन गुजारा है न तेरे ख्वाब से खाली कोई निन्द गुजारा है
तू सह न सका हमसे एक पल की जुदाई तेरी हिज्र मे हमने कई ईद गुजारा है
हिज्र- जुदाई
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