लगेगा आग दिल में तो बुझाएगा कौन
चले जाओगे तुम भी तो सताएगा कौन
दिल तुमको ढूंढेगा तुम ना रहोगे जब
दिल तो जिद्दी बच्चा है दिल को समझाएगा कौन
मै तो ठहरा ना समझ पागल मजनूं
होता है इश्क़ क्या मुझे समझाएगा कौन
बिना तुम्हारे बहुत लंबी लगेंगी ये रातें हमको
नींद गर ऐसे में न आये तो सुलाएगा कौन
-मोo नूरुल नबी अंसारी
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